बिहार : नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल से वापसी की घोषणा की |
आपको बता दूँ कि बिहार के लगभग 4.5 lakh NIYOJIT SHIKSHAK ( नियोजित शिक्षक) पिछले 77 दिनों से अनिश्चितकालीन HADTAL ( STRIKE ) पर थे.
प्रारंभिक शिक्षक संघ 17 फरवरी 2020 से हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी. वहीं TET SHIKSHAK SANGH ने 27 फरवरी 2020 से जाने का ऐलान किया था. एवं माध्यमिक शिक्षक संघ 25 फरवरी 2020 से HADTAL पर गए थे.
77 दिन NIYOJIT SHIKSHAK के hartal में रहने के बाद भी इन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा है. क्यूंकि सरकार द्वारा अभी इनकी किसी भी मांग को स्वीकार नहीं किया गया है. आश्वासन दिया गया है की लॉक डाउन के बाद हालात सामान्य होने पर इन से वार्ता की जाएगी.
77 दिन NIYOJIT SHIKSHAK के hartal में रहने के बाद भी इन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा है. क्यूंकि सरकार द्वारा अभी इनकी किसी भी मांग को स्वीकार नहीं किया गया है. आश्वासन दिया गया है की लॉक डाउन के बाद हालात सामान्य होने पर इन से वार्ता की जाएगी.
NIYOJIT SIKSHAK (HADTAL) KI DEMAND-
सभी शिक्षक संघों की मांग एक ही थी :-
NIYOJIT SHIKSHAKO KA YOGDAN-
बिहार के प्रारम्भिक विद्यालय से लेकर उच्च माध्यमिक तक अधिकांश NIYOJIT SHIKSHAK ही के जिम्मा पठन-पाठन है. क्यूंकि नियमित शिक्षकों की बहाली फ़िलहाल बंद है.
पढाई के साथ -साथ चुनाव,
जनगणना,
सर्वे,
BLO,
मूल्यांकन
MDM,
जागरूकता अभियान आदि बहुत सारे गैर-शैक्षणिक कार्य की जिम्मेदारी निभाते हैं. फिर भी NIYOJIT SHIKSHAK को सरकारी कर्मी का दर्जा प्राप्त नहीं हैं. इसी लिए बहुत सारी सरकारी सुविधा / आरक्षण का लाभ इन्हें नहीं मिलता.
NIYOJIT SHIKSHAK RAJYA KARMI NAHI-
जैसा कि हाल ही में BPSSC LECTURER MAINS रिजल्ट में कुछ NIYOJIT SHIKSHAK को (क्वालिफाइड होने के बाद भी ) सरकारी कर्मी नहीं होने के कारण आयु सीमा में छूट नहीं दी गयी.और योग्य करार दिए गए.
इसी प्रकार केंद्रीय/ नवोदय विद्यालय नामांकन नियोजित शिक्षकों को बच्चों के लिए कोई आरक्षण नहीं है. जबकि अन्य कर्मी के लिए मान्य है.
अब अगर NIYOJIT SHIKSHAK को राज्य कर्मी का दर्जा प्राप्त हो जाता है तो इसी प्रकार के बहुत सारे लाभ ले पाएंगे.
NIYOJIT SHIKSHAK Hadtal ke bad Konsi Mang mani gayi?
केवल दंडात्मक कार्रवाई /निलंबन एवं हड़ताल अवधि का सामंजन कर वेतन भुगतान का ऐलान किया गया है.
जैसा कि सरकार द्वारा press नोट के जरिए बताया गया है. कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री केदारनाथ पांडे , संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष श्री ब्रजनंदन शर्मा और अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग आरके महाजन के दरमियाँ बातचीत हुई.
शिक्षक नेताओं से इस बातचीत के बाद नतीजा ये निकला कि NIYOJIT SHIKSHAKON ने Hadtal वापसी का एलान कर दिया.
NIYOJIT SIKSHAK HADTAL सम्बंधित बातचीत में निम्नांकित बिंदुओं पर सहमति बनी है.
१.वर्तमान में बिहार सहित पूरे देश में वैश्विक महामारी है. मानव की सुरक्षा के लिए सरकार के द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं इसमें शिक्षकों का सहयोग भी अपेक्षित है. NIYOJIT SHIKSHAK HADTAL के वापस होकर इसमें सहयोग करेंगे.
२. कोरोना महामारी के बाद हालात सामान्य होने पर शिक्षक संघ से वार्ता की जाएगी.
३. हड़ताल अवधि में सरकार का “ NO WORK NO PAY” का सिद्धांत जारी रखते हुए हड़ताल अवधि को छुट्टियों में समंजित किया जाएगा. समंजन के बाद हड़ताल अवधि का भुगतान किया जाएगा.
शिक्षा विभाग के अनुरोध पर दोनों संगठनों ने NIYOJIT SHIKSHAK अनिश्चितकालीन हड़ताल को दिनांक 4 मई 2020 को वापस लेने की घोषणा की. इसकी लिखित सुचना शिक्षा विभाग को देदी गयी.
NIYOJIT SHIKSHAK के HADTAL से वापस होने पर शिक्षा मंत्री ने सभी शिक्षकों और शिक्षा संगठनों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षक हमारे परिवार के सदस्य हैं. हम उनके प्रति सम्मान /आदर का भाव रखते हैं. हम सब मिलकर कोरोनावायरस संक्रमण से प्रदेश को बचाने में प्रयास करेंगे.
NIYOJIT SHIKSHAK HADTAL PERIOD ADJUSTMENT PLAN
शिक्षकों ने हड़ताल अवधि के समंजन का चार्ट भी तैयार कर लिया है.
NIYOJIT SHIKSHAK हड़ताल अवधि गणना:–
- 17 से 20 फरवरी – 4 दिन
- 21 फरवरी अवकाश
- 22 फरवरी -1 दिन
- 23 फरवरी अवकाश
- 24 से 29 फरवरी -6 दिन
- 1 मार्च रविवार
- 2 से 7 मार्च -6 दिन
- 8 मार्च अवकाश
- 9 से 11 मार्च होली
- 12 से 13 मार्च -2 दिन
- 14 से 31मार्च कोरोना के कारण पूरे बिहार के विद्यालय बन्द.
- 22 मार्च से 3 मई तक लॉक डाउन.
- कुल वास्तविक NIYOJIT SIKSHAK HADTAL अवधि-19 दिन
- हड़ताल प्रारंभ तिथि 17 फरवरी से लॉक डाउन समाप्ति तिथि 3 मई तक की अवधि ― 77 दिन.
- वार्ता के बाद सामंजन होने वाले दिनों की संख्या- 19 दिन.