नियोजित शिक्षकों लिए लिए आई बड़ी खबर!
NIYOJIT SHIKSHAK के अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब दिखने लगा है क्यूंकि अब मुख्य्मंतत्री एवं शिक्षा मंत्री को चुप्पी तोडनी पड़ रही है |
आपको मालूम होगा कि पिछले 17 फरवरी 2020 से बिहार के प्रारंभिक शिक्षक (NIYOJIT SHIKSHAK) अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं| उधर माध्यमिक शिक्षक भी 25 फरवरी 2020 से हड़ताल पर चले गए हैं| इस प्रकार सरकार पर नियोजित शिक्षकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल का दबाव बढ़ता जा रहा है|
Bihar CM said about Niyojit Teacher.
पिछले 26 फरवरी 2020 को विधान परिषद में मान्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में कहा था| कि शिक्षकों के लिए जो कुछ होगा हम ही करेंगे| जो कुछ किया हमने ही किया है| यह लोग अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाएं| हम इनके दबाव में कुछ नहीं करेंगे| लगातार वेतन बढ़ाये हैं और भी बढ़ाएंगे|
Niyojit Teachers को Level 7 & 8 के अनुसार वेतनमान मिलने की है उम्मीद –
बहुत जल्द NIYOJIT shikshak को मिलेगा लाभ |
लेकिन 28 फरवरी 2020 को शिक्षा मंत्री कृष्णा नंदन प्रसाद वर्मा का बड़ा बयान आया है | चौधरी जी के प्रश्न का जवाब देते हुए खुलासा किया| कि हम शिक्षकों के भावनाओं को समझ रहे हैं| इन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है| शिक्षा विभाग NIYOJIT SHIKSHAK के बारे में मंथन कर रही है| और जल्द ही कुछ अच्छे परिणाम सामने आएंगे| प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा| कि राज्य कर्मी के अनुसार Level 7,और 8 में वेतनमान देने की बात जो चौधरी जी ने की है| इस पर हम लोग विचार विमर्श कर रहे हैं| और बहुत जल्द हम लोग इस पर फैसला लेंगे| साथ ही हम लोगों ने 7Pay commission की सिफारिश के अनुसार NIYOJIT SHIKSHAK का वेतन (तनख्वाह) अन्य राज्य कर्मी की तरह 2.57 से गुणा करके वेतन वृद्धि की है|
NIYOJIT SHIKSHAK की मुख्य मांगें |
- सामान काम सामान वेतन
- राज्य कर्मी का दर्जा
- सेवा शर्त
- निमावाली
- e-PF Pention yojana
- स्थानातरण
- अनुकम्पा आदि
शिक्षा मंत्री ने की NIYOJIT SHIKSHAK की तारीफ|
नियोजित शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि, NIYOJIT SHIKSHAK हमारे सम्मानित हैं| बुद्धिजीवी हैं. उनके हालात को हम समझ रहे हैं. शिक्षकों को भी समझना चाहिए. परीक्षा एवं मूल्यांकन के बहिष्कार से बचना चाहिए| NIYOJIT SHIKSHAK को छात्रों की शिक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए |अपने कर्तव्य का पालन करें. धैर्य रखने की आवश्यकता है.
जाहिर है कि शिक्षकों के हड़ताल का असर शिक्षा विभाग एवं सरकार पर दिखने लगा है| गरचे मुख्यमंत्री ने खुलकर शिक्षकों की मांगों के संबंध में कोई खुलासा नहीं किया|
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