Bihar TET Syllabus Download |BTET Syllabus in Hindi pdf Download Exam Pattern
Bihar TET Syllabus kya hai | BTET Previous Year Question Paper
BTET Syllabus in Hindi pdf Download–
Bihar TET के Questions Objective type होंगे.
प्रत्येक प्रश्न के बदले एक अंक दिया जायेगा.
नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी.
Bihar TET में निर्धारित अर्हता रखने वाले उमीदवार आवेदन कर सकते हैं, टीईटी में पास होने के लिए न्यूनतम प्राप्तांक हासिल करना जरुरी होगा.
Bihar TET के लिए योग्यता एवं पाठ्यक्रम सम्बंधित जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें.
Eligibility for Bihar TET Class- I-V
आवेदक की न्यूनतम अहर्ता इस प्रकार है?
(i) कक्षा- 1-5
न्यूनतम 50% अंकों के साथ इन्टर/+2/मौलवी या इसके समकक्ष एवं प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र
में द्विवर्षीय डिप्लोमा या डी०एड०/D.El.Ed (जिस नाम से भी जाना जाता हो) /4 वर्षीय प्रारम्भिक शिक्षा
शास्त्र स्नातक/द्विवर्षीय डिप्लोमा (विशेष शिक्षा)/मान्यता प्राप्त दूरस्थ शिक्षा द्वारा दो वर्षीय शिक्षा
शास्त्र में डिप्लोमा या डी0एड0 (जिस नाम से जाना जाता हो)।
या
न्यूनतम 45% अंकों के साथ इन्टर/+2/मौलवी या इसके समकक्ष एवं प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र
में द्विवर्षीय डिप्लोमा/डी0एड0 (या जिस नाम से भी जाना जाता हो) जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा
परिषद् (मान्यता, मानक और क्रियाविधि) विनियम 2002 के अनुसार प्राप्त किया हो ।
Eligibility for Bihar TET Class- VI-VIII
(ii) कक्षा 6-8 के लिए
न्यूनतम 50% अंकों के साथ बी.ए/बी.एस.सी./बी.काँम/आलिम शास्त्री या इसके समकक्ष और
प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में द्विवर्षीय डिप्लोमा/डी0एड0 (जिस नाम से भी जाना जाता हो)/ 4 वर्षीय
प्रारम्भिक शिक्षा शास्त्र स्नातक/द्विवर्षीय डिप्लोमा (विशेष शिक्षा) । एक वर्षीय नियमित बी0एड0)
(विशेष शिक्षा)
या
न्यूनतम 50% अंकों के साथ बी.ए/बी.एस.सी./बी.काँम/आलिम/शास्त्री एवं शिक्षा शास्त्र में
एकवर्षीय स्नातक (बी.एड) या मान्यता प्राप्त दूरस्थ शिक्षा द्वारा दो वर्षीय शिक्षा स्नातक
(बी0एड)
या
न्यूनतम 45% अंकों के साथ बी.ए./बी.एस.सी./बी.काम/आलिम/शास्त्री या इसके समकक्ष एवं
शिक्षा शास्त्र में एक वर्षीय स्नातक जो इस संबंध में समय-समय पर जारी राष्ट्रीय अध्यापक
शिक्षा परिषद् विनियम के अनुसार प्राप्त किया गया हो या
जो मान्यता प्राप्त दूरस्थ शिक्षा द्वारा दो वर्षीय शिक्षा स्नातक (बी0एड0)
या
न्यूनतम 50% अंकों के साथ इन्टर/+2/मौलवी/उप शास्त्री या इसके समकक्ष एवं 4 वर्षीय L.Ed, /4 वर्षीय बी.ए./बी.एस.सी./बी.काँम/आलिम/शास्त्री या इसके समकक्ष या B.A.Ed/ B.Sc.Ed/ B.Com.Ed/
कक्षा 1-5 एवं 6-8 दोनों कोटि के उम्मीदवारों में से अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति/नि:शक्त/महिला
उम्मीदवारों के निर्धारित प्राप्तांक में 5% की छूट दी जाएगी.
NCTE द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा शास्त्र में डिप्लोमा/डिग्री ही मान्य होगा।
Age Limit for Bihar TET-
“बिहार प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए न्यूनतम आयुसीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा इस प्रकार है:-
कोटि | उम्र | कोटि | उम्र |
सामान्य पुरुष | उम्र 37 वर्ष | अति पिछड़ा वर्ग | 40 वर्ष |
सामान्य महिला | 40 वर्ष | अनुसूचित जाति | 42 वर्ष |
पिछड़ा वर्ग | 40 वर्ष | अनुसूचित जनजाति | 42 वर्ष |
पिछड़ा वर्ग महिला | 40 वर्ष | नि:शक्त | 10 वर्ष की छुट |
परीक्षा के विषय-
Bihar TET में दो Paper होंगे :-
- 1st Paper वर्ग I-V तक के शिक्षक बनने के लिए
- 2nd Paper वर्ग VI-VIII तक के शिक्षक बनने के लिए
- 1st Paper & 2nd Paper वैसे उमीदवार के लिए है जो वर्ग I- VIII तक के दोनों स्तर में शिक्षक
बनने की पात्रता हासिल करना चाहते हों उन्हें दोनों पत्रों में पास होना जरुरी होगा.
BTET Paper-1 Exam Pattern-
क्रमांक | विषय | प्रश्न | अंक |
i | बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र | 30 | 30 |
ii | भाषा- i | 30 | 30 |
iii | भाषा- ii | 30 | 30 |
iv | गणित | 30 | 30 |
v | पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
कुल | 150 प्रश्न | 150 अंक |
Bihar TET Paper-2 Exam Pattern-
क्रमांक | विषय | प्रश्न | अंक |
i | बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र | 30 | 30 |
ii | भाषा- i | 30 | 30 |
iii | भाषा- ii | 30 | 30 |
iv | गणित एवं विज्ञान अथवा समाज विज्ञान | 60 | 60 |
कुल | 150 प्रश्न | 150 अंक |
प्रथम पत्र के प्रश्न राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित कक्षा 1-V तक के पाठ्यक्रम के आधार पर
होंगे लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर एवं लगाव (Linkage) माध्यमिक स्तर का हो सकता है ।
इसी प्रकार द्वितीय पत्र के प्रश्न राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित कक्षा VI-VIII तक के पाठ्यक्रम के आधार पर
होंगे परन्तु प्रश्नों का कठिनाई का स्तर एवं लगाव (Linkage) उच्चतर माध्यमिक स्तर का हो सकता है ।
Bihar TET Qualifying marks in Paper -1 & 2 –
बिहार टीईटी परीक्षा में पास होने के लिये 60 प्रतिशत अंक लाना जरुरी होगा ।
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति / महिला एवं नि:शक्त कोटि के उम्मीदवारों के लिये 55 प्रतिशत
अंक लाना अनिवार्य होगा ।
जो अभ्यार्थी दोनों पत्र में शामिल होंगे उन्हें अलग-अलग हर पत्र में 60% अंक लाने होंगे ।
Bihar TET कब होता है?
राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष कम से कम एक बार पात्रता परीक्षा आयोजित करने का प्रावधान है.
Bihar TET Certificate Validity-
Bihar TET प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन कर दिया गया है एक बार परीक्षा पास होने के बाद अंक के इम्प्रूवमेंट के लिए परीक्षा में भाग ले सकता है.
Bihar TET Class 1-5 Syllabus in Hindi-
TET 2011 के अनूसार कक्षा I-V तक के पाठ्यक्रम इस प्रकार है:-
बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र- 30 प्रश्न
विषय-वस्तु- 15 प्रश्न
• विकास की अवधारणा (Concept of Development) एवं अधिगम से उसका संबंध
बाल विकास के सिद्धान्त एवं अवस्थाएँ (6-11 वर्ष)
आनुवंशिकता एवं पर्यावरण का प्रभाव
सामाजिकरण की प्रक्रिया
पियाजे एवं वाइगास्की का निर्माणवाद एवं समीक्षात्मक परिप्रेक्ष्य
बाल केन्द्रित एवं प्रगतिशील शिक्षा
बहुआयामी बुद्धि (Multidimensional Intelligence)
सृजनात्मकता
भाषा एवं विचार (Language and Thought)
. वैयक्तिक विभिन्नता
सतत् व्यापक मूल्यांकन
विशेष आवश्यक्ता वाले बच्चों का शिक्षण – 5 प्रश्न
शारीरिक निःशक्त, अधिगम नि:शक्त,
दृष्टि-बाधित, श्रवण-बाधित, वाचन-बाधित, प्रतिभाशाली बच्चे ।
अधिगम एवं शिक्षा शास्त्र- 10 प्रश्न
• बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं ?
• बच्चे विद्यालयी उपलब्धि में क्यों और कैसे असफल होते हैं ?
• शिक्षण-अधिगम की मूल प्रक्रियाएँ
• सीखना एक सामाजिक गतिविधि है कैसे ?
बच्चा समस्या समाधान कर्ता एवं वैज्ञानिक अन्वेषक है.
वैकलिक अधिओं अवधारणा।
संज्ञान और संवेग (Cognition and Emotion)
अभिप्रेरण और सोखला ( Motivation and Learning)
भाषा- । 30 प्रश्न
विषय-वस्तु- 15 प्रश्न
भाषायी समझ एवं निष्कर्ष – अपठित उद्धरण (Unseen Passage) गद्यांश, पद्यांश
यात्रा-वृतांत, एकांकी पर आधारित प्रश्नों की समझ ( गद्यांश साहित्यिक, वैज्ञानिक, विवरणात्मक या अप्रासंगिक पहलू से हो सकते हैं)
व्याकरण-
शब्दार्थ, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, लिंग, वचन, कारक, काल, विलोम, पर्यायवाची,
मुहावरे, लोकोक्ति, शब्द युग्म इत्यादि व्यवहारिक व्याकरण
शिक्षा शास्त्रीय आयाम- 15 प्रश्न
भाषा शिक्षण के सिद्धान्त एवं विधियाँ
भाषा कौशल
भाषा की समझ और सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना, भाषा कौशलों की समझ एवं मूल्यांकन
सम्प्रेषण कौशल का विकास
व्यवहारिक व्याकरण की समझ
भाषा शिक्षण में उत्पन्न कठिनाईयों/ विसंगतियों का निराकरण
. शिक्षण-उपादान
उपचारात्मक शिक्षण (Remedial Teaching)
भाषा -II 30 प्रश्न
(क) भाषा की समझ – 15 प्रश्न
अपठित गद्याश (Prose) के उध्दरण (Unseen Passage) पर आधारित प्रश्नों की समझ ।
अपठित गद्यांश (Prose), अप्रासंगिक, साहित्यक, विवरणात्मक या वैज्ञानिक (Discursive,
Literary, Narrative or Scientific) हो सकते हैं । व्यवहारिक व्याकरण यथा शब्दार्थ, संज्ञा
(Noun) सर्वनाम (Pronoun), विशेषण (Adjective), लिंग (Gender), वचन (Number),
कारक (Case), काल (Tense) विलोम (Opposite), पर्यायवाची, मुहावरे (Phrase), और
शब्द-युग्म आदि की समझ एवं शाब्दिक योग्यता (Verbal Ability)
(ख) शिक्षा शास्त्रीय आयाम- 15 प्रश्न
भाषा शिक्षण के सिद्धान्त एवं विधियाँ
भाषा कोशल (Language Skill)
भाषा की समझ और सुनना, बोलना, गढ़ना, लिखना, भाषा कौशलों की समझ एवं मूल्यांकन
सम्प्रेषण कौशल का विकास
भाषा अधिगम में व्याकरण की भूमिका -सम्प्रेषण, शाब्दिक योग्यता एवं लेखन कौशल के संदर्भ
में.
विभिन्न परिस्थितियों में भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ
व्यवहारिक व्याकरण की समझ
भाषा शिक्षण में उत्पन्न कठिनाईयों/विसंगतियों का निराकरण
शिक्षण अधिगम सामग्री – पुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, द्विभाषीय सामग्री
उपचारात्मक शिक्षण
गणित – 30 प्रश्न
विषय-वस्तु – 15 प्रश्न
ज्यामिति – आकृतियाँ एवं उनकी स्थानिक समझ
संख्याएँ – संख्याएँ एवं संक्रियाएँ
मुद्रा – मुद्रा से संबंधित समस्याओं का हल
माप- लम्बाई, (Length) मात्रा (Mass), भार,(Weight) आयतन, (Volume)
समय (Time)
आँकड़ों का खेल
मानसिक गणित (Mental Math)
ढाँचा (Pattern)
शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे- 15 प्रश्न
गणित की प्रकृति एवं स्वरूप
गणित शिक्षण का महत्व
शिक्षण की विधियाँ
गणित की भाषा
पाठ्यचर्या में गणित का स्थान
गणित शिक्षण की समस्याएँ
निदानात्मक एवं उपचारात्मक शिक्षण तथा मूल्यांकन
त्रुटियों का विश्लेषण
शिक्षण अधिाम से संबंधित आयाम
पर्यावरण अध्ययन- 30 प्रश्न
विषय-वस्तु- 15 प्रश्न
परिवार और मित्र (Family and Friends)- रिश्ते-जाते, जन्न, पौधे, कार्य और खेल
भोजन (Food) – पौधे और जन्तुओं से प्राप्त भोजन, पशु आहार, भोजन पकाना, परिवार में
पोजन करना, जन्तुओं के आहार
आवास (Shelter)- आवास और उसके प्रकार, पास-पड़ोस और इसका मानचित्रण, गृह-सज्जा
और सफाई, अपना परिवार और घरेलू जीव-जन्तु
जल (Water)- जल के श्रोत, परिवार के लिए जल, जल भंडारण, हमारा जीवन और जल,
जल का अभाव, जल का बहाव, पौधे एवं जंतु के लिए जल की आवश्यक्ता
यात्रा- गंतव्य स्थान (स्थल, जल, अन्तरिक्ष), यात्रा के साधन, सांकेतिक-सम्प्रेषण, पत्र-
सम्प्रेषण
वस्तुओं का स्वनिर्माण और व्यवहार मिट्टी से बनने वाली वस्तुएँ
शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे – 15 प्रश्न
पर्यावरण अध्ययन का स्वरूप
पर्यावरण अध्ययन का महत्व
पर्यावरण के बारे में शिक्षा
पर्यावरण के माध्यम से शिक्षा
पर्यावरण के सम्बर्द्धन-संरक्षण के लिए शिक्षा
पर्यावरण से विज्ञान और समाज विज्ञान का संबंध
सीखने के तरीके
गतिविधियाँ/व्यवहारिक कार्य
सतत व्यापक मूल्यांकन
शिक्षण – उपादान
समस्याएँ
Also Read-
Nalanda Open University admission
Bihar TET Syllabus Class- 6-8 in Hindi-
बिहार टीईटी कक्षा VI-VIII तक के पाठ्यक्रम:-
बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र
विषय-वस्तु – 30 प्रश्न
(क) बाल विकास –15 प्रश्न
विकास की अवधारणा एवं अधिगम से उसका संबंध
बाल विकास के सिद्धान्त एवं अवस्थाएँ (12-16 वर्ष)
आनुवंशिकता एवं पर्यावरण का प्रभाव
सामाजिकरण की प्रक्रिया
पियाजे एवं वाइगास्की का निर्माणवाद एवं समीक्षात्मक परिप्रेक्ष्य
बाल केन्द्रित एवं प्रगतिशील शिक्षा
बहुआयामी बुद्धि (Multidimensional Intelligence)
सृजनात्मकता (Creativity)
भाषा एवं विचार (Language and Thought)
वैयक्तिक विभिन्नता (Individual Differences)
सतत् व्यापक मूल्यांकन (Continuous and Comprehensive Evaluation)
(ख) विशेष आवश्यक्ता वाले बच्चों का शिक्षण – 5 प्रश्न
शारीरिक नि:शक्त, अधिगम निःशक्त,
दृष्टि-बाधित, श्रवण-बाधित, वाचन-बाधित, प्रतिभाशाली बच्चे
(ग) अधिगम एवं शिक्षा शास्त्र – 10 प्रश्न
बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं ?
बच्चे विद्यालयी उपलब्धि में क्यों और कैसे असफल होते हैं ?
शिक्षण-अधिगम की मूल प्रक्रियाएँ
सीखना एक सामाजिक गतिविधि है कैसे?
बच्चा समस्या समाधान कर्ता एवं वैज्ञानिक अन्वेषक है।
वेकल्पिक अधिगम की अवधारणा ।
संज्ञान और संवेग (Cognition and Emotion)
अभिप्रेरण और सीखना (Motivation and Learning)
भाषा- I 30 प्रश्न
(क) भाषा की समझ – 15 प्रश्न
भाषाई समज्ञ एवं निष्कर्ष – अपठित उद्धरण (Unseen Passage) – गद्यांश, पद्यांश
यात्रा-वृत्तान्त, एकांकी पर आधारित प्रश्नों को समझ (गद्यांश, साहित्यिक वैज्ञानिक, विवरणात्मक
या अप्रासंगिक पहलू से हो सकते हैं)
व्याकरण– शब्दार्थ, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, लिंग, वचन, कारक, काल, विलोम, पर्यायवाची,
मुहावरे, लोकोक्ति, शब्द-युग्म इत्यादि व्यवहारिक व्याकरण
(ख) शिक्षा शास्त्रीय आयाम – 15 प्रश्न
भाषा शिक्षण के सिद्धान्त एवं विधियाँ
भाषा कौशल
भाषा को समझ और सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना, भाषा कौशलों की समझ एवं मूल्यांकन
सम्प्रेषण कौशल का विकास
व्यवहारिक व्याकरण की समझ
भाषा शिक्षण में उत्पन्न कठिनाईयों विसंगतियों का निराकरण
शिक्षण-उपादान
उपचारात्मक शिक्षण
भाषा – II 30 प्रश्न
(क) भाषा की समझ – 15 प्रश्न
अपठित गद्यांश (Prose) के उध्दरण (Unseen Passage) पर आधारित प्रश्नों की समझ ।
अपठित गद्यांश (Prose), अप्रासंगिक, साहित्यक, विवरणात्मक या वैज्ञानिक (Discursive,
Literary, Narrative or Scientific) हो सकते हैं ।
व्यवहारिक व्याकरण यथा शब्दार्थ, संज्ञा (Noun) सर्वनाम (Pronoun), विशेषण (Adjective), लिंग (Gender), वचन (Number),
कारक (Case), काल (Tense) विलोम (Opposite), पर्यायवाची, मुहावरे (Phrase) और
शब्द-युग्म आदि की समझ एवं शाब्दिक योग्यता (Verbal Ability)
(ख) शिक्षा शास्त्रीय आया – 15 प्रश्न
भाषा शिक्षण के सिद्धान्त एवं विधियाँ
भाषा कौशल (Language Skill)
भाषा की समझ और सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना, भाषा कौशलों की समन्न एवं मूल्यांकन
सम्प्रेषण कौशल का विकास
भाषा- अधिगम में व्याकरण की भूमिका- सम्प्रेषण, शाब्दिक योग्यता एवं लेखन कौशल के
सम्बन्ध में.
विभिन्न परिस्थितियों में भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ
व्यवहारिक व्याकरण की समझ
भाषा शिक्षण में उत्पन्न कठिनाईयो/विसंगतियों का निराकरण
शिक्षण अधिगम सामग्री – पुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, द्विभाषीय सामग्री
उपचारात्मक शिक्षण (Remedial Teaching)
गणित और विज्ञान- 60 प्रश्न
गणित –30 प्रश्न
(क) विषय-वस्तु – 20 प्रश्न
संख्या पद्धति (Number System)
संख्या की समझ (Concept of Number)
पूर्णांक (Whole Number)
परिमेय संख्या (Rational Number) घतांक (Indices)
ऋणात्मक संख्या (Negative Number)
भिन्न (Fractions)
वर्ग, वर्गमूल, घन, घनमूल (Square, Square root,Cube, Cube root)
संख्याओं का खेल
द्विधारी संख्याँ (Binary Number)
बीजगणित (Algebra)
बीजीय व्यंजक
बीजगणितीय व्यंजक
अंक गणित (Arithematic)
अनुपात- समानुपात (Ratio and Proportion)
ऐकिक नियम(Unitary Method)
शब्द समस्याएँ (Word problems)
प्रतिशत (Percentage)
लाभ, हानि (Profit and Loss)
साधारण व्याज (Simple interest)
समय एवं दूरी (Time &Distance)
समय एवं काम (Time & work) से संबंधित व्यवहारिक
गणित
ज्यामिति (Geometry)
ज्यामितीय आकृतियों की समझ (Concept of
geometrical shape and size)
द्विविमीय (2-D)
त्रिविमीय (3-D)
सममिति (Symmetry)
क्षेत्रमिति (Mensuration)
परिमिति एवं क्षेत्रफल की अवधारणा (Concept of
Perimeter and Area)
आँकड़ों का प्रयोग
आँकड़ों का संग्रह एवं उन्हें व्यवस्थित करना
(ब) शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे – 10 प्रश्न
गणित की प्रकृति
पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
गणित शिक्षण की विधियाँ
गणित की भाषा (Language of Mathematics)
सामुदायिक गणित (Community Mathematics)
मूल्यांकन (Evaluation)
उपचारात्मक शिक्षण
गणित शिक्षण की समस्याएँ
विज्ञान- 30 प्रश्न
- विषय वस्तु – 20 प्रश्न
भोजन –
भोजन के स्त्रोत, भोजन के अवयव, स्वास्थ्य और स्वच्छता
फसलों से अन्न की प्राप्ति, पौधों में पोषण, भोजन का उपयोग
पदार्थ/वस्तुएँ।
दैनिक उपयोग की सामसी,
विभिन्न प्रकार के पदार्थ
गर्मी देने वाली वस्तुएँ
सजीव का संसार
आस-पास की वस्तुएँ, सजीवों का वास स्थान, पौधों की
संरचना और कार्य, जन्तुओं की संरचना और कार्य,
सजीवों पर परिवेश का प्रभाव
जीवों में श्वसन
जैव विविधताओं का संरक्षण
कोशिका
जीवन की निरतरता
गतिमान वस्तुएँ –
लोग एवं विचार
बल, घर्षण, ध्वनि
वस्तुएँ कैसे कार्य करती है-
चुम्बक, विद्युत उपकरण, विद्युत धारा, विद्युत परिपथ
प्राकृतिक परिघटनाएँ-
वर्षा, बादल, गर्जन, तड़ित, प्रकाश, भूकम्प
प्राकृतिक संसाधन –
जल और वायु का महत्व, कचड़ा- प्रबन्धन, वन उत्पाद, वायु-
प्रदूषण, जल-प्रदूषण
(ख) शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे – 10 प्रश्न
विज्ञान की प्रकृति और संरचना
विज्ञान शिक्षण के उद्देश्य
विज्ञान की समझ
विज्ञान शिक्षण की विधियाँ – अवलोकन (Observation)
प्रयोग (Experiment)
नवाचार (Innovation)
शिक्षण-अधिगम-सामग्री
शिक्षण की समस्याएँ
उपचारात्मक शिक्षण
समाज विज्ञान का पाठ्यकम- 60 प्रश्न
विषय-वस्तु – 40 प्रश्न
इतिहास
हमारा अतीत – (700AD-1200AD)
क्या, कब, कहां और कैसे-
अध्ययन काल का निर्धारण
इतिहास लेखन के स्त्रोत
मध्यकालीन भारत
प्रारंभिक समाज
कृषक, पशुपालक, नगरीकरण, जीवन के विभिन्न आयाम
प्रारंभिक राज्य, प्रथम साम्राज्य (सम्राट अशोक, मौर्य प्रशासन)
तुर्क अफगान शासक
मुगल साम्राज्य एवं अफगान
शहर, व्यापार और कारीगर
सामाजिक संस्कृति का विकास
अठारहवीं शताब्दी में नई राजनीतिक संरचनाएँ
हमारे इतिहासकार
प्रो0 सैयद हसन असकरी
सर यदुनाथ सरकार
प्रो० काली किंकर दत्त
भारत में कम्पनी शासन की स्थापना
उप निवेशवाद
जन जातिय समाज
1857 का विद्रोह
. ब्रिटिश शासन एवं शिक्षा
महिलाओं की स्थिति एवं सुधार
राष्ट्रीय आन्दोलन 1885 से 1947 तक
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद का भारत
भूगोल-
• सौरमंडल
• वायुमंडल
• जलमंडल
• पृथ्वी और उसकी गतियाँ, ग्लोब और मानचित्र
• पृथ्वी की आंतरिक संरचना
• पर्यावरण भौतिक पर्यावरण, मानव पर्यावरण – अंत: क्रिया
• विभिन्न- ऋतुएँ
प्राकृतिक संसाधन – भूमि, मिट्टी, खनिज, वनस्पति, जल, वन्य जीव
• मानव संसाधन
• कृषि
• उद्योग- लौह-इस्पात उद्योग
वस्त्र-उद्योग
सूचना प्रौद्योगिकी
हमारा राज्य बिहार
सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन
• विविधता की समझ
• जीवन यापन के स्वरूप
• संविधान
राज्य सरकार एवं कानून
• स्थानीय सरकार
• लोकतंत्र में समानता
• संसदीय सरकार
• न्यायिक व्यवस्था
लैंगिक पूर्वाग्रह
• मीडिया एवं विज्ञापन
• हमारे आस पास के बाजार
• आर्थिक उत्थान में सरकार के प्रयास
अर्थशास्त्र-
• जीविका के साधन
• व्यवसायिक क्रिया
• मुद्रा एवं विनिमय
जनसंख्या वृद्धि – बिहार के संदर्भ में
• सार्वजनिक वितरण प्रणाली
खाद्यान एवं व्यवसायिक फसलें
• सहकारिता
बाजार
• आर्थिक एवं सामाजिक मूल्य
(ख) शिक्षा शास्त्रीय मुद्दे – 20 प्रश्न
• समाज विज्ञान की प्रकृति और अवधारणा
• कक्षा-कक्ष में चलने वाली प्रक्रियाएँ
• तार्किक चिन्तन का विकास
• शिक्षण विधि
• प्रोजेक्ट वर्क
• समाज विज्ञान शिक्षण की समस्याएँ
• मूल्यांकन
FAQ-
Q- Bihar TET Syllabus kya hai?
Ans- बिहार टीईटी Pathykram के लिए इस आर्टिकल को देखें.
Q- बिहार टीईटी पाठ्यक्रम हिन्दी में कैसे देखेंगे?
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