New Education Policy 2020 in Hindi | NEP 2022 PDF link

New Education Policy 2020 in Hindi | NEP 2022 PDF link

NEP 2020 जिसे हिन्दी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति कहा जाता है। 29 जुलाई 2020 भारत सरकार के कैबिनेट द्वारा नयी शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी मिल गई।

New Education Policy 2020 के महत्तवपूर्ण पहलू

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) का नाम बदल कर अब शिक्षा मंत्रालय अर्थात Education Department) रख दिया गया है।

5 आयु वर्ष से पहले बच्चों के लिए बलवाटिका या प्रारम्भिक कक्षा की सुविधा ।

कक्षा 6th से विद्यार्थी शिक्षा के साथ कोडिंग सीख सकते हैं।

आधुनिक काल को देखते हुए बच्चे अपनी रुचि के अनुसार कोडिंग सीख पाएंगे ताकि आगे बच्चों के कौशल के विकास में लाभदायक साबित हो।

बोर्ड परीक्षा के तनाव को काम काम करने के लिए साल में दो बार परीक्षा आयोजित हो सकती है। उद्देश्य और वर्णनात्मक ।  बोर्ड परीक्षा में रट्टा लगाने के बजाए विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता की जांच की जाएगी।

मेट्रिक/ 10th की बोर्ड परीक्षा को खतम किया जाएगा।

छात्रों के लिए 360 डिग्री समग्र रिपोर्ट व जांच ,

10+2 की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी।

5+3+3+4 विद्यालय संरचना ।

5 वर्ष तक प्री प्राइमेरी

कोई डिग्री 4 वर्षीय होगी।

कक्षा 6 th से वोकैशनल शिक्षा पर जोर।

कक्षा 8 वीं से 11 वीं तक छात्र अपने अनुसार विषयों का चयन कर पाएंगे।

सभी Graduation कॉर्सेस में मेजर एवं माइनर होंगे। जैसे कोई विज्ञान विद्यार्थी फिज़िक्स को मेजर संकाय एवं म्यूजिक को माइनर संकाय के तौर पर पढ़ सकते हैं।

नई शिक्षा नीति

NEP 2020 NEW EDUCATION POLICY 2020
NEP IN HINDIनई शिक्षा नीति
NEW EDUCATION POLICY 2020 pdfClick Here
1ST NEP 1968
2ND NEP 1986 – 1992 में संशोधन
3rd NEP 2020
NEW EDUCATION POLICY 2020

सभी उच्च शिक्षा एक अथॉरिटी के अंतर्गत होंगे।

UGC, AICTE को मर्ज कर दिया जाएगा केवल NTA रहेगा।

सभी विश्वविद्यालय सरकारी निजी,खुला, वोकैशनल में समान ग्रेडिंग एवं नियम लागू होंगे।

किसी भी कोर्स में प्रवेश , एवं छोड़ने के लिएविद्यार्थी सावतंत्र होंगे।

सभी विद्यालयी परीक्षा सिमेस्टर वाइज़ होंगे साल में दो सिमेस्टर होंगे।

छात्रों के प्रायोगिक शिक्षा पर अधिक जोर दिया जाएगा।

अभ्यर्थी कोई Graduation कोर्स का एक वर्ष पूरा होने पर बेसिक सर्टिफिकेट , दो वर्ष पूरा करने पर डिप्लोमा सर्टिफिकेट, एवं तीन वर्ष अर्थात कोर्स पूरा करने पर डिग्री सर्टिफिकेट दी जाएगी।

New Education Policy 2020 की विशेषताएं-

2030 तक स्कूली शिक्षा में 100 प्रतिशत जी इआर के साथ प्री प्राइमेरी से माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा का सर्वभौमिकरण का लक्ष्य रखा गया है।

New Education Policy 2020  के तहत विद्यालय  से दूर रह रहे दो करोड़ बच्चों को फिर से नामांकन का लक्ष्य /।

3 साल की आँगनबाड़ी के साथ 12 वर्ष की स्कूली शिक्षा का 5+3+3+4 पाठ्यक्रम ।

बच्चों के पढ़ने लिखने और गणना करने की बुनियादी योग्यता पर जोर।

कक्षा 6 से इंटर्नशिप के साथ व्यवसायिक शिक्षा प्रारंभ

न्यूनतम क्लास 5 तक मातृभाषा / क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई हो,

समग्र विकास कार्ड के साथ मूल्यांकन प्रक्रिया सुधार , पठन पाठन के दौरान बच्चों की प्रगति पर नजर रखना ।

उच्च शिक्षा में साढ़े तीन करोड़ नई सीटें शामिल की जाएंगी।

उच्च शिक्षा  पाठ्यक्रम में विषयों की विविधता होंगी।

  किसी भी कोर्स में उपउक्त प्रमाण पत्र के साथ पाठ्यक्रम के बीच में नामांकन/ निकास की इजाजत होगी।

Transfer ऑफ क्रेडिट की सुविध के लिए ऐकडेमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की स्थापना।

बेहतर अनुसंधान को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन की स्थापना।

उच्च शिक्षा के आसान मगर सख्त विनियम,

New Education Policy 2020  में जरूरत के हिसाब से technology के उपयोग पर जोर, एवं राष्ट्रीय शिक्षा प्रोद्योगिकी मंच की स्थापना।

नई शिक्षा नीति में स्कूली और उच्च शिक्षा दोनों में बहुभाषा को बढ़ावा देना।

पाली, फारसी, एवं प्राकृत के लिए व व्याख्या और अनुवाद संस्थान की स्थापना की जाएगी।

New Education Policy 2020 की महत्त्वपूर्ण पॉइंट्स-

स्कूली शिक्षा-

विद्यालय शिक्षा के सभी स्तरों पर सबकी एकसमान पहुँच सुनिश्चित करना।

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों प्री प्राइमेरी से माध्यमिक स्तर तक सब के लिए एक समान शिक्षा का अवसर।

विद्यालय छोड़ चुके बच्चों को दोबारा शिक्षा से जोड़ने के लिए स्कूल के बुनियादी संरचना को और बेहतर बनाना।

ओपचारिक और गैर औपचारिक शिक्षा के साथ बहुस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराना।

कक्षा  3, 5 एवं 8 केलिए NIOS एवं अन्य ओपन यूनिवर्सिटी के माध्यम से दुरस्त शिक्षा के माध्यम से लर्निंग की सुविधा।

कक्षा 10वीं और 12वीं के बराबर माध्यमिक शिक्षा कार्यक्रम एवं व्यवसायिक शिक्षा , वयस्क साक्षरता, और जीवन संवर्धन कार्यक्रम जैसी सुविधाओं पर ज्यादा जोर दिया जाएगा।

शिक्षा से दूर लगभग 2 करोड़ बच्चों को शिक्षा से जोड़ना।

नई शिक्षा के तहत पुराने पाठ्यक्रम 10+2 की जगह 5+3+3+4 का नया पाठ्यक्रम संरचना लागू किया जाए।

3-8 साल के बच्चों के लिए प्री प्राइमेरी , 8-11 वर्ष के बच्चों के लिए प्राइमेरी, 11-14 वर्ष के बच्चों के लिए मिडल स्कूल 14-18 आयु वर्ष के बच्चों के लिए माध्यमिक शिक्षा की सुविधा रहेगी।

NCERT द्वारा 8 वर्ष तक के लिए बच्चों  प्रारम्भिक बचपन देखभाल और शिक्षा के लिए (NCPFECCE) एक राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

विद्यालयों में के पाठ्यक्रम में न नवाचार-

21वीं शताब्दी के प्रमुख कौशल एवं व्यवहारिक जानकारी से बच्चों को आगाह कराना, एवं पाठ्यक्रम को काम  करते हुए बच्चों को अनुभवात्मक , प्रयागात्मक पर अधिक जोर देना।

6वीं कक्षा से ही व्यवसायिक( रोजगार ) शिक्षा शुरू होगी और शिक्षा के साथ इंटर्नशिप भी शामिल की जाएगी।

नयी एवं व्यापक पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCFSE) 2020-21  NCERT द्वारा विकसित की जाएगी।

बहुभाषा शिक्षा प्रणाली-

म्यूनतम कक्षा 5 तक या कक्षा 8 तक या उससे आगे मातृभाषा क्षेत्रीय भाषा के माध्यम से शिक्षा देने पर अधिक जोर।

स्कूल के सभी स्तरों में संस्कृत को एक विकल्प के रूप में चुनने का अवसर रहेगा।

त्रि-भाषा फार्मूला में भी यह विकल्प रहेगा ।

आकलन / मूल्यांकन में सुधार-

New Education Policy 2020  के तहत योगात्मक आकलन के बजाए नियमित एवं रचनात्मक आकलन को अपनाया जाएगा।

विद्यार्थी कक्षा 3 ,5 एवं 8 में विद्यालय स्तर पर परीक्षा देंगे।

एवं कक्षा 10, एवं 12 के लिए बोर्ड परीक्षाएं जारी रहेंगी, लेकीम समग्र विकास / आकलन के लिए एक नया स्वरूप  दिया जाएगा।

New Education Policy 2020  के अंतर्गत Teacher Recrutiment-

नई शिक्षा नीति के तहत Teacher Recrutiment में बदलाव होगा।

शिक्षकों की बहाली एक प्रभावकारी एवं पारदर्शी प्रक्रिया के जरिए की जाएगी।

शिक्षकों की पदोन्नति योग्यता के आधार पर की जाएगी।

सभी शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय प्रोफेशनल मानक (NPST) NCTE द्वारा 2022 तक तैयार किया जाएगा। जिस में NCERT, SCERT एवं शिक्षकों, विशीषज्ञों से परामर्श लिया जाएगा।

समग्र एवं बहुविष्यक शिक्षा

मल्टीपल एंट्री एवं मल्टीपल EXIT के साथ स्नातक स्तरीय डिग्री का अवसर होगा। कभी भी Graduation में प्रवेश ले पाएंगे एवं कोर्स से निकास कर सकते हैं। जैसे Graduation में 1 वर्ष पूरा होने पर सर्टिफिकेट , 2 वर्षों के बाद एडवांस डिप्लोमा, 3 वर्षों के बाद स्नातक की डिग्री दी जाएगी।  मतलब अभ्यर्थी किसी कारण से Graduation में ड्रॉप आउट करते हैं तो उन्हें नुकसान नहीं होगा। फिर कभी भी दोबारा प्रवेश ले सकते हैं।

 उच्च शिक्षा को मजबूत अनुसंधान क्षमता को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन की स्थापना की जाएगी।

चिकित्सा एवं कानूनी शिक्षा को छोड़कर सभी उच्च स्तरीय शिक्षा केलिए एक एकल उच्च शिक्षा आयोग (HECI) का गठन किया जाएगा।

Teacher Education नियम NEP 2020 के तहत

NCFTE 2021

New Education Policy 2020  लागू होने के बाद अध्यापक शिक्षण में बदलाव किया जाएगा। NCERT के परामर्श से NCTE द्वारा Teacher Education के लिए एक नया, व्यापक syllabus NCFTE 2021 तैयार किया जाएगा।

2030 तक शिक्षक  बनने के लिए कम से कम 4 वर्षीय integrated B.Ed डिग्री होना जरूरी होगा।

New Education Policy 2020  में Scholership संबंधित व्यवस्था-

SC, ST, OBC एवं अन्य विशिष्ट श्रेणी के छात्रों के लिए उनकी योग्यता को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रवृत्ति की सुविधा दी जाएगी।

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